चाणक्य का पडोसी अगस्त 20, 2015 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप जिस प्रकार वृक्ष अपने फल स्वयं नहीं खाते और नदियाँ अपना पानी स्वयं नहीं पीती, ठीक उसी प्रकार . सरकारी कर्मचारी अपने खुद के बच्चों को ‘सरकारी स्कूल’ में नहीं पढ़ाते (चाणक्य का पडोसी) टिप्पणियाँ
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